UPPSC Staff Nurse एलोपैथी 2023 मुख्य परीक्षा के दौरान पेपर की सुरक्षा में दिखा बदलाव, लोक सेवा आयोग ने परीक्षा केंद्र पर लगाए अपने कैमरे
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने हाल ही में आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक की घटनाओं के बाद परीक्षा की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। यह बदलाव न केवल परीक्षा की पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए हैं, बल्कि अभ्यर्थियों के विश्वास को भी पुनर्स्थापित करने के लिए आवश्यक हैं।
UPPSC Staff Nurse पेपर लीक की घटनाएँ
पिछले कुछ वर्षों में, UPPSC को पेपर लीक के कई मामलों का सामना करना पड़ा है, जिससे आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल उठने लगे थे। विशेषकर 2023 में आरओ/एआरओ परीक्षा का पेपर लीक होना एक गंभीर मुद्दा बन गया था। इस घटना ने आयोग को मजबूर किया कि वह अपनी परीक्षा प्रक्रिया में सुधार लाए और सुरक्षा के सख्त उपाय अपनाए।
UPPSC Staff Nurse नई सुरक्षा व्यवस्था
हाल ही में आयोजित UPPSC Staff Nurse 2023 मुख्य परीक्षा में आयोग ने सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की। प्रश्नपत्रों को विशेष रूप से तैयार लोहे के बक्सों में रखा गया, जिसमें वाटरप्रूफ लिफाफे और कार्टन का उपयोग किया गया। परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले ही प्रश्नपत्रों को खोला गया, जिसमें आयोग के अधिकारियों की मौजूदगी सुनिश्चित की गई।इस बार, परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त प्रश्नपत्र नहीं भेजे जाएंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी प्रश्नपत्र लीक न हो। आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा केंद्रों पर उतने ही प्रश्नपत्र भेजे जाएँगे, जितने अभ्यर्थी उपस्थित होंगे।
UPPSC Staff Nurse परीक्षा की सफलता
UPPSC Staff Nurse मुख्य परीक्षा में 2240 पदों के लिए 3556 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था। प्रयागराज और लखनऊ में कुल आठ केंद्र बनाए गए थे, जहां 89.59 प्रतिशत अभ्यर्थी उपस्थित रहे। परीक्षा का आयोजन सफलतापूर्वक हुआ, और आयोग के उपसचिव वीरेन्द्र मणि त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि की।
भविष्य की योजनाएँ
UPPSC ने भविष्य में भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और कड़े कदम उठाने की योजना बनाई है। आयोग ने बारकोड और क्यूआर कोड तकनीक का भी उपयोग करने का निर्णय लिया है, जिससे प्रश्नपत्रों की सुरक्षा और अधिक बढ़ जाएगी।इन सभी उपायों के साथ, UPPSC ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पारदर्शिता और निष्पक्षता को प्राथमिकता देगा, ताकि परीक्षाओं में किसी भी प्रकार की धांधली को रोका जा सके।इस प्रकार, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अपने कार्यों में सुधार लाकर एक नई दिशा की ओर कदम बढ़ाया है, जिससे अभ्यर्थियों का विश्वास पुनः स्थापित हो सकेगा।