Lt grade teacher bharti प्रयागराज में शिक्षक भर्ती को लेकर प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन
प्रयागराज में राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता और सहायक अध्यापकLt grade teacher bharti समेत अन्य मांगों को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन किया। प्रतियोगी छात्र मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विक्की खान के नेतृत्व में छात्रों ने आयोग के प्रशासनिक अधिकारी पवन मौर्य से मुलाकात की।
प्रतियोगी छात्रों की मांगें
- राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता और सहायक अध्यापक (एलटी ग्रेड) शिक्षक भर्ती
- Lt grade teacher bharti के लिए दो स्तरीय परीक्षा का प्रस्ताव
- एलटी (जीआईसी)- 2018 के तृतीय अवशेष श्रेष्ठता सूची पर निर्णय
- खंड शिक्षा अधिकारी के अर्हता विवाद का समाधान

प्रशासनिक अधिकारी की प्रतिक्रिया
छात्रों का दावा है कि प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि एलटी ग्रेड एवं प्रवक्ता भर्ती के अहर्ता विवाद का समाधान हो चुका है। सर्विस रूल पर अनुमति एवं एलटी (जीआईसी) में द्विस्तरीय परीक्षा पर अनुमति से संबंधित प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है। अनुमति मिलते ही विज्ञापन जारी कर दिया जाएगा। एलटी (जीआईसी)- 2018 के तृतीय अवशेष श्रेष्ठता सूची पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। खंड शिक्षा अधिकारी के अर्हता विवाद का भी समाधान नहीं हुआ है।प्रदर्शन में शामिल प्रतियोगी छात्र
प्रदर्शन करने वालों में कृपाशंकर निरंकारी, संदीप कुमार कुशवाहा, अजय अवस्थी, प्रवेश श्रीवास्तव, इफ्तेखार उल हक, ऊषा देवी, राजेश कुमार (बालाजी), विनोद यादव, राम मणि त्रिपाठी, शिवकुमार, संजू यादव, राममिलन गौड़, अतुल वर्मा, वाल्मीकि, चंद्रजीत, सुनील सरोज, अजीत सिंह, रवि प्रकाश शर्मा, मुबारक अली आदि शामिल थे।यह प्रदर्शन उस समय हुआ है जब उत्तर प्रदेश में पिछले छह सालों से बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक भर्ती नहीं हुई है। इससे करीब दस लाख प्रतियोगी छात्र प्रभावित हैं जो शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि पड़ोसी राज्य बिहार लगातार शिक्षक भर्ती कर रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश में स्थिति चिंताजनक है।
क्या Lt grade teacher bharti के लिए दो स्तरीय परीक्षा का प्रस्ताव अब लागू होगा
Lt grade teacher bharti के लिए दो स्तरीय परीक्षा का प्रस्ताव अब लागू होने की संभावना है। हाल ही में, प्रतियोगी छात्रों ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने इस प्रस्ताव के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रशासनिक अधिकारी पवन मौर्य ने छात्रों को बताया कि एलटी ग्रेड एवं प्रवक्ता भर्ती के अर्हता विवाद का समाधान हो चुका है और इस संबंध में प्रस्ताव शासन के पास भेजा गया है।यदि शासन से अनुमति मिलती है, तो यह दो स्तरीय परीक्षा का प्रस्ताव लागू किया जाएगा और विज्ञापन जारी किया जाएगा। हालांकि, अभी तक एलटी (जीआईसी)- 2018 के तृतीय अवशेष श्रेष्ठता सूची पर कोई निर्णय नहीं हुआ है, और खंड शिक्षा अधिकारी के अर्हता विवाद का समाधान भी लंबित है.इस प्रकार, जबकि प्रस्ताव लागू होने की प्रक्रिया चल रही है, इसकी अंतिम पुष्टि शासन की अनुमति पर निर्भर करती है।
क्या इस परीक्षा के लिए कोई नया पैटर्न या प्रश्न पत्र जारी किया जाएगा
UP LT Grade Teacher शिक्षक भर्ती के लिए नया परीक्षा पैटर्न या प्रश्न पत्र जारी होने की संभावना है। हाल ही में, यह जानकारी सामने आई है कि एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए दो स्तरीय परीक्षा का प्रस्ताव है, जिसे लागू किया जाएगा। इस नए परीक्षा पैटर्न के तहत, परीक्षा की संरचना में बदलाव किया जा सकता है, जिससे उम्मीदवारों की योग्यता और विषय ज्ञान का बेहतर आकलन किया जा सकेगा.हालांकि, अभी तक इस नए परीक्षा पैटर्न या प्रश्न पत्र के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है। जैसे ही शासन से अनुमति मिलती है और प्रक्रिया आगे बढ़ती है, अधिक जानकारी और सटीक विवरण साझा किए जाएंगे। इसलिए, अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक घोषणाओं और अपडेट्स पर ध्यान दें, ताकि वे नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकें।

क्या परीक्षा पैटर्न में कोई बदलाव किया गया है
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के लिए परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया गया है। हाल ही में जारी जानकारी के अनुसार, UP LT Grade Teacher परीक्षा का नया पैटर्न इस प्रकार है:
इस परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होंगे, जिनमें से 30 प्रश्न सामान्य अध्ययन से और 120 प्रश्न मुख्य विषय से होंगे। यह परीक्षा दो घंटे की अवधि में आयोजित की जाएगी।इस नए पैटर्न के तहत, उम्मीदवारों को दोनों पेपरों में उत्तीर्ण होना आवश्यक है ताकि वे अंतिम चयन सूची में स्थान पा सकें। इसके अलावा, परीक्षा की तैयारी के लिए विस्तृत पाठ्यक्रम भी जारी किया गया है, जिसमें विभिन्न विषयों जैसे कि भारतीय इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र, सामान्य विज्ञान, और संबंधित विषय शामिल हैं.इस प्रकार, परीक्षा पैटर्न में बदलाव के साथ, उम्मीदवारों को अपनी तैयारी को नए सिरे से व्यवस्थित करने की आवश्यकता होगी।