प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में आउट ऑफ स्कूल बच्चों के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों की नियुक्ति
प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने आउट ऑफ स्कूल (स्कूल न आने वाले) बच्चों को नियमित स्कूल लाने और पढ़ाने के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों को मानदेय पर रखने का निर्णय लिया है। यह कदम शारदा कार्यक्रम के तहत उठाया गया है, जिसमें उन क्षेत्रों में सेवानिवृत्त शिक्षकों को अस्थायी रूप से तैनात किया जाएगा, जहां पांच या उससे अधिक बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं।
Retired teacher bharti: विशेष पहल का उद्देश्य
बेसिक शिक्षा विभाग की यह पहल आउट ऑफ स्कूल बच्चों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए की गई है। नियमित शिक्षकों की व्यस्तताओं के कारण ये बच्चे अक्सर उपेक्षित रह जाते हैं। इसलिए, विभाग ने विशेष रूप से सेवानिवृत्त शिक्षकों को नियुक्त करने का निर्णय लिया है, जो इन बच्चों को नौ महीने की विशेष पढ़ाई कराकर दक्ष बनाएंगे। चयन प्रक्रिया
Retired teacher bharti: चयन प्रक्रिया
महानिदेशक स्कूल शिक्षा, कंचन वर्मा ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे स्कूलों की पहचान करें और सेवानिवृत्त शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू करें। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा, जो इन शिक्षकों का चयन करेगी।

Retired teacher bharti: शिक्षा का कार्यक्रम
इस कार्यक्रम के तहत, 6 से 14 साल के आउट ऑफ स्कूल बच्चों को इन सेवानिवृत्त शिक्षकों के माध्यम से शिक्षित किया जाएगा। यदि नौ महीने की पढ़ाई के बाद भी बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं, तो इन शिक्षकों को दो से तीन महीने के लिए और रखा जा सकेगा।
यह पहल न केवल बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि सेवानिवृत्त शिक्षकों को भी एक सक्रिय भूमिका में लाएगी, जिससे वे अपने अनुभव का उपयोग कर सकें। इस तरह के कदम से प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।