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स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू

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प्रयागराज – राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के अंतर्गत मंडल में डॉक्टरों और एएनएम (सहायक नर्स मिडवाइफ) के रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरने के लिए कमिश्नर विजय विश्वास पंत ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) को निर्देश जारी किए हैं। इस समीक्षा बैठक में मंडल में स्वीकृत डॉक्टरों और एएनएम के कुल पदों का निरीक्षण किया गया, और उनमें से कई पदों के रिक्त होने की जानकारी प्राप्त हुई।

रिक्त पदों की संख्या और विवरण
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, मंडल में संविदा के तहत एमबीबीएस डॉक्टरों के 82 और एएनएम के 68 पद अभी तक रिक्त हैं। मंडल के विभिन्न जिलों में डॉक्टरों और एएनएम के पद निम्नानुसार रिक्त हैं:

  • फतेहपुर: 10 डॉक्टर और 23 एएनएम के पद रिक्त हैं।
  • कौशाम्बी: 9 डॉक्टरों के पद रिक्त हैं।
  • प्रतापगढ़: 18 डॉक्टर और 24 एएनएम के पद रिक्त हैं।
  • प्रयागराज: 45 डॉक्टर और 21 एएनएम के पद रिक्त हैं।

इससे स्पष्ट होता है कि मंडल में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए डॉक्टरों और एएनएम की भारी कमी है।

समायोजन और भर्ती प्रक्रिया
समीक्षा के दौरान यह भी पाया गया कि कुछ जिलों में एएनएम की संख्या उपकेंद्रों में अधिक है, जिसे समायोजित किया जाएगा। इस समायोजन के माध्यम से उन जिलों में एएनएम की कमी को पूरा करने की योजना बनाई गई है, जहां पद रिक्त हैं। इसके साथ ही, प्रयागराज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय में डॉक्टरों के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।

स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने की योजना
स्वास्थ्य विभाग का मुख्य उद्देश्य सभी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाना है। इस हेतु मंडल में डॉक्टरों और एएनएम की नियुक्ति को प्राथमिकता दी जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए इन पदों को भरने के बाद सरकार ने अन्य आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाने की योजना बनाई है।

नए चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि नए चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में पारदर्शिता हो और चयन में किसी प्रकार की धांधली न हो। यह सुनिश्चित किया गया है कि भर्ती प्रक्रिया तेजी से पूरी की जाए, ताकि जनता को समय पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।

स्वास्थ्य विभाग का आगे का रोडमैप
स्वास्थ्य विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि आने वाले समय में स्वास्थ्य सेवाओं में और सुधार के लिए कुछ और पद सृजित किए जाएंगे। इसके साथ ही, मंडल में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती देने के लिए आवश्यक उपकरणों और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

प्रमुख चुनौतियां और समाधान
हालांकि, स्वास्थ्य विभाग को विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की कमी प्रमुख है। इस समस्या का समाधान करने के लिए विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा देने के लिए विशेष प्रोत्साहन योजनाएं लागू की हैं। इसके अतिरिक्त, एएनएम की भर्ती के दौरान स्थानीय महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है, जिससे कि वे अपनी ही समुदाय में सेवा प्रदान कर सकें।


स्वास्थ्य विभाग द्वारा डॉक्टरों और एएनएम के रिक्त पदों को भरने की इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य मंडल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है। कमिश्नर विजय विश्वास पंत द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, यह प्रक्रिया तेज गति से आगे बढ़ रही है और जल्द ही मंडल के सभी जिलों में रिक्त पदों को भरने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

सूत्र: यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट और प्रयागराज में हुई समीक्षा बैठक के निष्कर्षों पर आधारित है।

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