---Advertisement---

सितंबर में शिक्षक के हजारों पदों पर भर्ती : अमर उजाला

सितंबर में शिक्षक भर्ती की संभावनाएं

प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया में एक नई उम्मीद जगी है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो सितंबर के महीने में हजारों शिक्षक पदों पर भर्ती के लिए हरी झंडी मिल सकती है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSESSB) के सूत्रों से प्राप्त हुई है।

नए अध्यक्ष की नियुक्ति

इस माह के अंत या सितंबर के पहले सप्ताह तक उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग को एक नए स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति की उम्मीद है। आयोग में स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और 25 अगस्त को साक्षात्कार आयोजित किया जाएगा। इस साक्षात्कार के बाद, नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा एक सप्ताह के भीतर की जा सकती है।

भर्ती प्रक्रिया में देरी

अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी के कारण पिछले दो वर्षों से अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (TGT) और स्नातकोत्तर शिक्षक (PGT) के 4163 पदों और अशासकीय महाविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर के 1017 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया रुकी हुई है। नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद, भर्ती परीक्षाओं की तिथियों की घोषणा की जाएगी और नई भर्तियों के विज्ञापन जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।

भर्ती की आवश्यकता

उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की कमी एक गंभीर समस्या है। पिछले कुछ वर्षों में, कई विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या में कमी आई है, जिससे छात्रों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस स्थिति को सुधारने के लिए, सरकार ने शिक्षक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया को तेज करने का निर्णय लिया है।

भर्ती की प्रक्रिया

भर्ती प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण शामिल होंगे:

  • साक्षात्कार और चयन: नए अध्यक्ष द्वारा साक्षात्कार के बाद, चयन प्रक्रिया शुरू होगी।
  • परीक्षा तिथियों की घोषणा: नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद, परीक्षा की तिथियों की घोषणा की जाएगी।
  • विज्ञापन जारी करना: नई भर्तियों के लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा, जिससे इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकेंगे।

शिक्षा सेवा चयन आयोग की भूमिका

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की भूमिका इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण है। आयोग न केवल परीक्षा आयोजित करता है, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि चयन प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष हो।

संभावित चुनौतियाँ

हालांकि भर्ती की प्रक्रिया में तेजी लाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं:

  • प्रशिक्षित उम्मीदवारों की कमी: यदि उम्मीदवारों की संख्या कम होती है, तो चयन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
  • प्रशिक्षण और तैयारी: उम्मीदवारों को परीक्षा के लिए उचित प्रशिक्षण और तैयारी की आवश्यकता होगी।

निष्कर्ष

उत्तर प्रदेश में शिक्षक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए नए स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चलता है, तो सितंबर में हजारों पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। यह न केवल शिक्षकों की कमी को दूर करने में मदद करेगा, बल्कि छात्रों की शिक्षा के स्तर को भी सुधारने में सहायक होगा।इस प्रक्रिया की सफलता के लिए, सभी संबंधित पक्षों को मिलकर काम करना होगा, ताकि शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ किया जा सके और छात्रों को बेहतर शिक्षा का अवसर प्रदान किया जा सके।

[post_tags]
[webinsights_author_box]

---Advertisement---

Related Post

Top Categories