योजना का नाम: मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना
विभाग: महिला एवं बाल विकास विभाग
योजना का आरंभ: 23 अगस्त 2022
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक पहल है, जिसका उद्देश्य anath bachchon ka punarwas (अनाथ बच्चों का पुनर्वास) और उन्हें shiksha sahayata scheme (शैक्षणिक सहायता) प्रदान करना है। यह योजना दो हिस्सों में विभाजित है – After care scheme और Sponsorship Yojana।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का उद्देश्य अनाथ और बेसहारा बच्चों को समाज में फिर से स्थापित करना और उन्हें financial assistance for children (बच्चों के लिए वित्तीय सहायता) प्रदान करना है। Madhya Pradesh government schemes के तहत यह योजना विशेष रूप से 18 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए After care scheme के माध्यम से सहायता प्रदान करती है। वहीं, 18 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को Sponsorship Yojana के तहत वित्तीय मदद दी जाती है।
पात्रता और लाभ
1. After care scheme: इस योजना के अंतर्गत वे बच्चे पात्र होते हैं जो कम से कम 5 वर्षों तक बाल देखरेख संस्थाओं में रहे हों। साथ ही, anath bachchon ka aftercare (अनाथ बच्चों का आफ्टरकेयर) भी इस योजना में शामिल है।
2. Sponsorship Yojana: इस योजना के तहत वे अनाथ बच्चे जो Madhya Pradesh ke anath bachchon ka kharch (मध्य प्रदेश के अनाथ बच्चों का खर्च) वहन नहीं कर सकते और अपने संरक्षकों के साथ रहते हैं, उन्हें आर्थिक सहायता दी जाती है।

योजना के लाभ
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के अंतर्गत दी जाने वाली वित्तीय सहायता बच्चों के punarwas evam training (पुनर्वास एवं प्रशिक्षण) के लिए होती है। इसके अलावा, foster care yojana और dattak grahan yojana के माध्यम से बच्चों को समाज में पुनः स्थापित करने में मदद की जाती है। यह योजना अनाथ बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी शिक्षा को जारी रखने के लिए मदद करती है।
आवेदन और संपर्क
योजना में आवेदन करने के लिए, आवेदक free online application MP (मध्य प्रदेश में निःशुल्क ऑनलाइन आवेदन) कर सकते हैं। इसके लिए, महिला एवं बाल विकास विभाग के jila karyakram adhikari (जिला कार्यक्रम अधिकारी) से संपर्क किया जा सकता है।
Link:- मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना ऑनलाइन आवेदन
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना के अंतर्गत, covid orphan support (कोविड अनाथ सहायता) के रूप में उन बच्चों को भी शामिल किया गया है, जिनके माता-पिता कोविड-19 के कारण मृत्यु को प्राप्त हुए हैं।
स्रोत: मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना
यह योजना न केवल anath bachchon ki sahayata (अनाथ बच्चों की सहायता) करती है बल्कि उनके बेहतर भविष्य की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।