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प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) से कृषि क्रांति की ओर

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Contents
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के उद्देश्यPMKSY का बजट और सब्सिडीड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली के फायदेयोजना का लाभ कैसे प्राप्त करेंयोजना का लाभ उठाने की शर्तेंप्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए पंजीयन प्रक्रियावित्तीय जानकारीआवेदन प्रक्रिया और समयरेखाप्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा को सुलभ बनाना और जल उपयोग दक्षता को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत ‘हर खेत को पानी’ और ‘प्रति बूंद अधिक फसल’ की अवधारणाओं पर जोर दिया गया है।योजना के घटक और समन्वयआवेदन प्रक्रिया और लाभभूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँअतिरिक्त संसाधनPeople also ask:निष्कर्ष

किसानों के लिए सिंचाई की समस्या आज भी एक बड़ी चुनौती है। इस समस्या को हल करने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) शुरू की है। इस योजना का उद्देश्य सिंचाई की आधुनिक पद्धतियों, जैसे ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली, को अपनाकर जल संरक्षण और कृषि उत्पादकता में वृद्धि करना है। इस लेख में हम जानेंगे कि PMKSY क्या है और कैसे आप इसका लाभ उठा सकते हैं।

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के उद्देश्य

PMKSY के तहत सरकार का लक्ष्य है:

  • जल संरक्षण: जल उपयोग की दक्षता को बढ़ाना।
  • सिंचाई प्रणाली में सुधार: ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी उन्नत तकनीकों को बढ़ावा देना।
  • फसल उत्पादन में वृद्धि: पैदावार में 35 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि।

PMKSY का बजट और सब्सिडी

सरकार ने अगले पांच वर्षों के लिए इस योजना का बजट 50 हजार करोड़ रुपये रखा है। इस योजना के तहत, किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली पर 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है, जिससे पानी की 40 से 50 प्रतिशत तक बचत होती है।

ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली के फायदे

सिंचाई प्रणालीफायदे
ड्रिप सिंचाई– कम और अधिक दूरी की फसलों में जल संचयन के लिए आदर्श
– जल की बचत और उत्पादन में गुणवत्ता के साथ बढ़ोत्तरी
स्प्रिंकलर सिंचाई– मूली, गाजर, मटर, हरी सब्जियां, दलहनी फसलें, और औषधीय फसलों के लिए उपयुक्त

योजना का लाभ कैसे प्राप्त करें

PMKSY का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी किसानों को दो दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें तकनीकी बारीकियों को समझाया जाता है। इस योजना का लाभ सभी वर्ग के किसान ले सकते हैं, बशर्ते उनके पास खुद की जमीन और जल स्रोत हो। सहकारी सदस्य, इनकार्पोरेटेड कंपनियां, पंचायती राज संस्थाएं, गैर सरकारी संस्थाएं, ट्रस्ट, और किसानों के समूह भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

योजना का लाभ उठाने की शर्तें

  • एक बार योजना का लाभ लेने के बाद, दूसरी बार 7 साल बाद पुनः लाभ ले सकते हैं।
  • लीज पर खेती करने वाले वही किसान पात्र होंगे जिन्होंने जमीन अधिकतम 7 सालों के लिए लीज पर ली हो।
  • योजना का लाभ वही किसान ले सकता है जो अनुदान के अलावा शेष राशि का भुगतान कर सके।

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए पंजीयन प्रक्रिया

पंजीयन के लिए आवश्यक दस्तावेज़विवरण
आधार कार्डपहचान के लिए आवश्यक
खतौनीभूमि की पहचान के लिए
बैंक पासबुक की फोटोकॉपीवित्तीय जानकारी के लिए
पासपोर्ट साइज फोटोपहचान के लिए
मोबाइल नंबरसंपर्क के लिए
  • ऑनलाइन पंजीयन के लिए लिंक: किसान यहां क्लिक करें और पंजीयन प्रक्रिया शुरू करें।

किसान ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली स्थापित करने के लिए पंजीकृत फर्म का स्वतंत्रता से चयन कर सकते हैं।

वित्तीय जानकारी

विवरणजानकारी
योजना का कुल बजट50,000 करोड़ रुपये
ड्रिप और स्प्रिंकलर प्रणाली पर सब्सिडी75% तक
पानी की बचत40% से 50% तक

आवेदन प्रक्रिया और समयरेखा

चरणविवरणसमय
पंजीयनआवश्यक दस्तावेज़ के साथ पंजीयन करना1-2 सप्ताह
प्रशिक्षणतकनीकी बारीकियों पर प्रशिक्षण2 दिन
सिंचाई प्रणाली की स्थापनाचयनित फर्म द्वारा स्थापित1-3 महीने
समीक्षा और लाभ प्राप्तिसब्सिडी और भुगतान की प्रक्रिया1-2 महीने

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा को सुलभ बनाना और जल उपयोग दक्षता को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत ‘हर खेत को पानी’ और ‘प्रति बूंद अधिक फसल’ की अवधारणाओं पर जोर दिया गया है।

  1. सिंचाई में निवेश का अभिसरण: खेत स्तर पर सिंचाई में निवेश का एकीकरण करना।
  2. पानी की भौतिक पहुंच बढ़ाना: खेती योग्य क्षेत्र का विस्तार करना और सुनिश्चित सिंचाई प्रदान करना।
  3. जल स्रोत, वितरण और प्रबंधन का एकीकरण: जल का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित करना।
  4. जल उपयोग दक्षता में सुधार: अपव्यय को कम करके जल की उपलब्धता बढ़ाना।
  5. सटीक-सिंचाई तकनीकों का प्रसार: जल बचत तकनीकों का अधिकाधिक उपयोग करना।
  6. जल संरक्षण का प्रचार: एक्विफर्स का पुनर्भरण और स्थायी जल संरक्षण पद्धतियों का परिचय।

योजना के घटक और समन्वय

PMKSY के तहत चार मुख्य घटक हैं, जो निम्नलिखित तालिका में दर्शाए गए हैं:

घटकविवरण
तेजी से सिंचाई लाभ कार्यक्रम (AIBP)ongoing प्रमुख और मध्यम सिंचाई परियोजनाओं को शीघ्रता से लागू करना।
हर खेत को पानीसिंचित क्षेत्र का विस्तार करने के लिए कमांड एरिया डेवलपमेंट और नए जल स्रोतों का सृजन।
प्रति बूंद अधिक फसलखेत स्तर पर जल उपयोग दक्षता को अधिकतम करना।
समेकित जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम (IWMP)जलग्रहण क्षेत्रों का समग्र विकास।

आवेदन प्रक्रिया और लाभ

PMKSY के तहत आवेदन प्रक्रिया और किसानों को प्रदान किए जाने वाले लाभों के बारे में जानकारी निम्नलिखित तालिका में दी गई है:

आवेदन प्रक्रियालाभ
ऑनलाइन आवेदन: किसान PMKSY की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।सिंचाई सुविधा में सुधार: किसानों को उनके खेतों तक पानी की सुगम पहुंच।
कृषि विभाग से संपर्क: स्थानीय कृषि कार्यालय में जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।जल उपयोग दक्षता: आधुनिक सिंचाई तकनीकों का उपयोग।
ग्रामीण विकास केंद्र: ग्रामीण विकास केंद्रों पर आवेदन सहायता प्राप्त कर सकते हैं।उत्पादकता में वृद्धि: बेहतर फसल उत्पादन और आय में वृद्धि।

भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ

PMKSY के तहत जिला स्तर पर विभिन्न अधिकारियों की भूमिकाएँ और जिम्मेदारियाँ निर्धारित की गई हैं:

  1. जिला कलेक्टर/जिला मजिस्ट्रेट: योजना का समन्वय और निगरानी करना।
  2. जल संसाधन/सिंचाई विभाग: नई परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की सुविधा।
  3. कृषि/बागवानी विभाग: सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों का प्रचार और कार्यान्वयन।

अतिरिक्त संसाधन





People also ask:


प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ कैसे लें?

कृषि ज्ञान - जानिए, क्या है ...

योजना का लाभ वही किसान ले सकता है जो सरकार के अनुदान के अलावा शेष राशि का भुगतान करने में सक्षम हो। इस योजना में केन्द्र सरकार 75 प्रतिशत का अनुदान देती है। यहां करें पंजीयन पीएम सिंचाई योजना के लिए किसान के पास आधार कार्ड के अलावा भूमि की पहचान के लिए खतौनी और बैंक पासबुक की फोटोकापी जैसे दस्तावेज होना चाहिए


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निष्कर्ष

प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) के माध्यम से सरकार का लक्ष्य जल उपयोग की दक्षता बढ़ाना और सिंचाई प्रणाली में सुधार लाना है। यह योजना किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है, जिससे वे अपनी पैदावार में वृद्धि कर सकते हैं।

प्रिय किसान भाइयों, यदि आपको दी गई योजना की जानकारी उपयोगी लगी तो इसे लाइक करें और अपने अन्य किसान मित्रों के साथ जरूर शेयर करें। धन्यवाद।


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