प्रयागराज। दोबारा होने वाली पुलिस भर्ती को लेकर नई समस्या खड़ी हो गई है। नए मानक के अनुसार पर्याप्त संख्या में परीक्षा केंद्र ही नहीं मिल पा रहे हैं। यहां सिर्फ 54 केंद्र ही मिल पाए हैं। जबकि, विगत दिनों हुई परीक्षा जिले के 126 केंद्रों पर हुई थी। यही स्थिति रही तो जिले में पुलिस भर्ती के लिए 11 पालियों में परीक्षा करानी पड़ेगी।
पुलिस भर्ती परीक्षा 17 और 18 फरवरी को कुल चार पालियों में हुई थी। हर पाली में कुल 126 केंद्रों पर 69744 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इस तरह से जिले में कुल 278976 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। पेपर लीक होने की वजह से वह परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। अब उसे दोबारा कराने की कवायद शुरू की गई है। इसी के तहत भर्ती संस्था की ओर से जिलेवार परीक्षा केंद्रों की सूची मांगी गई है, पर नई गाइडलाइन के अनुसार केंद्र ही नहीं मिल पा रहे।

प्रयागराज प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर जारी की गई नई परीक्षा केंद्र निर्धारण नीति के बाद अब परीक्षाओं में पालियों को बढ़ाना पड़ सकता है। शासन ने पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए इस साल के केंद्रों की सूची मांगी है। नई नीति के अनुसार जब सर्वे किया गया तो जिले में केवल 54 राजकीय और मान्यता प्राप्त विद्यालय ऐसे पाए गए हैं, जो दिए गए निर्देश के दायरे में आते हैं।
● नई केंद्र निर्धारण नीति के तहत 54 राजकीय वित्त पोषित विद्यालयों में परीक्षा
● शासन ने पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए मांगी गई केंद्रों की सूची, प्रशासन ने भेजी रिपोर्ट
जिला स्तर पर जब इन विद्यालयों का सर्वे किया गया तो पाया गया कि इनकी कुल क्षमता 19,644 परीक्षार्थियों परीक्षा कराने की है। जबकि पिछले साल पुलिस भर्ती परीक्षा की बात की जाए तो इसमें दो लाख 78 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे। चार पालियों में हुई परीक्षा में प्रत्येक पाली में 69 हजार से अधिक परीक्षार्थियों को बैठाने की क्षमता थी। लेकिन वर्तमान सर्वे के बाद जिन 54 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने के योग्य पाया गया है, वहां पर एक पाली की क्षमता केवल 19644 परीक्षार्थी बैठाने की है। जबकि जिला प्रशासन को गुरुवार को मोती लाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में 1400 परीक्षार्थी क्षमता, रज्जू भय्या राज्य विश्वविद्यालय में 600 परीक्षार्थी क्षमता और मुक्त विश्वविद्यालय परिसर में 500 परीक्षार्थी क्षमता की अनुमति मिली है। वर्तमान में अफसर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संपर्क में हैं। अगर इसके बाद एक पाली में 25 हजार परीक्षार्थी क्षमता की हो गई तो भी लगभग तीन लाख परीक्षार्थियों के होने पर लगभग 11 या 12 पालियों में परीक्षा करानी पड़ सकती है। ऐसे में पालियां बढ़ानी होंगी
नई गाइडलाइन के तहत नहीं मिल रहे केंद्र, 11 पालियों में करानी होगी परीक्षा
जिला प्रशासन प्रशासन की ओर से अभी 51 शिक्षण संस्थानों की सूची भेजी गई है, जिनमें एक पारी में 19644 अभ्यर्थी परीक्षा दे सकते हैं। इनके अलावा बृहस्पतिवार को एमएनएनआईटी, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भय्या विश्वविद्यालय तथा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने भी परीक्षा कराने की सहमति दे दी।
सूची भेजी गई है, जिनमें एक पारी में 19644 अभ्यर्थी परीक्षा दे सकते हैं। इनके अलावा बृहस्पतिवार को एमएनएनआईटी, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह रज्जू भय्या विश्वविद्यालय तथा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने भी परीक्षा कराने की सहमति दे दी।
इन केंद्रों पर क्रमशः 1400, 600 और 500 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे। इस तरह एक पाली में 22244 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। जिला प्रशासन इलाहाबाद विश्वविद्यालय के भी संपर्क में हैं। वहां से सहमति मिल जाती है तो भी एक पाली में अधिकतम 25 हजार अभ्यर्थी परीक्षा दे सकेंगे। इस तरह से 278976 अभ्यर्थियों के लिए चार के बजाय 11 पालियों में परीक्षा आयोजित करनी होगी। ब्यूरो