देशभर में नीट यूजी के बवाल के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) काफी सतर्कता बरत रहा है। इसके चलते एनटीए ने विश्वविद्यालयों के स्नातक में प्रवेश के लिए सीयूईटी-यूजी की आंसर-की व रिजल्ट ऐनवक्त पर रोक दिया। एनटीए ने पहली मर्तबा हाइब्रिड मोड पर एग्जाम का आयोजन किया था। अब संभवतः दुबारा रिजल्ट की जांच के बाद में अगले सप्ताह जारी किया जा सकता है। उधर, एनटीए के रिजल्ट जारी करने में देरी के चलते विवि की प्रवेश प्रक्रिया में देरी होगी।
परीक्षा से पहले बवाल, हाइब्रिड मोड का नया प्रयोग
इस साल सीयूईटी यूजी परीक्षा 15 से 24 मई के बीच हुई थी। सीयूईटी यूजी परीक्षा से ठीक एक दिन पहले दिल्ली के सभी सेंटर्स पर परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसी तरह कानपुर के एक सेंटर पर भी कुछ गड़बड़ होने पर उसे कैंसिल कर दिया गया था। इन सेंटर्स पर कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस
टेस्ट 29 मई को हुआ था। एनटीए ने पहली बार सीयूईटी यूजी परीक्षा को
हाइब्रिड मोड का आकस्मिक बदलाव किया था। इसमें कुछ पेपर सीबीटी
मोड में हुए थे और कुछ पेन-पेपर मोड से किए गए थे। पहली मर्तबा
सीबीटी मोड से एग्जाम पैटर्न को लेकर काफी सवाल खड़े हो गए थे।
आंसर-की और रिजल्ट अटका, दुबारा जांच में जुटे
एनटीए ने सीयूईटी यूजी का रिजल्ट 30 जून को जारी करने की घोषणा कर रखी थी। मगर ऐनवक्त पर रिजल्ट नहीं दिया। जानकारों की मानें तो एनटीए के विषय विशेषज्ञ सभी विषयों के रिजल्ट की गहन जांच में जुटे हुए हैं। ताकि कोई चूक नहीं हो पाए। एक सप्ताह के बाद में ही रिजल्ट आने की संभावना जताई जा रही है।
विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रक्रिया में देरी
एनटीए के सीयूईटी का रिजल्ट रोकने से केंद्रीय व अन्य विवि में प्रवेश की प्रक्रिया में देरी होना तयशुदा है। अगस्त माह के अंत तक ही प्रवेश प्रक्रिया के बाद में कक्षाएं शुरू हो पाएंगी। ऐसे में समस्त विवि भी एनटीए को रिजल्ट जारी करने को लेकर उलाहना दे रहे हैं। मगर एनटीए रिजल्ट को लेकर पूरी सावधानी बरत रहा है।
नेट व अन्य में पैटर्न पर लगातार उठ रहे सवाल
एनटीए ने सीयूईटी में हाईब्रिड मोड अपनाया था। जबकि अब तक लगातार ऑनलाइन एग्जाम हो रहे थे। इसी तरह से यूजीसी नेट में भी ऑफलाइन एग्जाम करवाए गए, जबकि कई सालों से ऑनलाइन एग्जाम लिए जा रहे थे। नीट में भी एनटीए ने कई नए बदलाव किए थे। ऐसे में एनटीए की मंशा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।